04 August 2019

दोस्ती

जिंदगी हमें 
परिवार चुनने का मौका नही देती 
लेकिन वही अपने दोस्त चुनने की 
पुरी आजादी है मिलती 

मेरी जिंदगी में दोस्त गीनने शुरु करू 
तो रात यही निकल जाये 
उनको आज ना याद करूं 
ऐसा तो हो नही पाये 

कोई सुरज, कोई चांदनी,
कोई सुबह, तो कोई शाम जैसी 
कोई आस्मान, कोई सुरज की रोशनी 
कोई बारिश, तो कोई उस बारिश के बाद वाली धूप जैसी 

कोई चांद जैसी मद्धम, 
तो कोई शीतल छाया जैसी 
कोई मा की ममता जैसी और  
कोई हाथ में छडी लिये खडी जैसी 

किस किस का शुक्रिया अदा करूं 
किस किस को ये बताऊँ
तुम हो तो मैं हुन 
वरना मैं तो कुछ भी नही 
वरना मैं तो कोई नही  


Dedicated to

Sonali, Snehal, Madhuri, Aabha, Pallavi, Tejaswini, Shreya, Ajita, Anuradha Govil Kulkarni, Anagha Mahajan, Yashaswini Patwardhan, Sonali Gharpure and many others for showering their unconditional love and support on me in my good and bad times.

Thank you all and love you all.


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