जिंदगी हमें
परिवार चुनने का मौका नही देती
लेकिन वही अपने दोस्त चुनने की
पुरी आजादी है मिलती
मेरी जिंदगी में दोस्त गीनने शुरु करू
तो रात यही निकल जाये
उनको आज ना याद करूं
ऐसा तो हो नही पाये
कोई सुरज, कोई चांदनी,
कोई सुबह, तो कोई शाम जैसी
कोई आस्मान, कोई सुरज की रोशनी
कोई बारिश, तो कोई उस बारिश के बाद वाली धूप जैसी
कोई चांद जैसी मद्धम,
तो कोई शीतल छाया जैसी
कोई मा की ममता जैसी और
कोई हाथ में छडी लिये खडी जैसी
किस किस का शुक्रिया अदा करूं
किस किस को ये बताऊँ
तुम हो तो मैं हुन
वरना मैं तो कुछ भी नही
वरना मैं तो कोई नही
Dedicated to
Sonali, Snehal, Madhuri, Aabha, Pallavi, Tejaswini, Shreya, Ajita, Anuradha Govil Kulkarni, Anagha Mahajan, Yashaswini Patwardhan, Sonali Gharpure and many others for showering their unconditional love and support on me in my good and bad times.
Waa, awesome. 🤗👌
ReplyDelete